
140 करोड़ जनता की उम्मीद हैं राहुल गांधी……जो काम पीएम का था, उसे कर रहे राहुल गांधी :- एड राकेश तिवारी
*रेवांचल पार्क रपटा घाट में किया गया पौधा रोपण*
एडिटर इन्द्रमेन मार्को मंडला मध्यप्रदेश
मंडला। अगर आपको लगता है कि राहुल गांधी सिर्फ कांग्रेस के नेता हैं तो आप भूल कर रहे हैं! असलियत में राहुल गांधी सिर्फ कांग्रेस के नहीं बल्कि इस देश के असली नेता हैं। जो काम इस देश की सरकार और प्रधानमंत्री को करना चाहिए था, वो काम अकेले राहुल गांधी कर रहे हैं।
जनता को भी राहुल गांधी जैसा ही नेता चाहिए…. पहलगाम से लेकर पुंछ तक राहुल गांधी जनता के साथ हर सुख– दुख में खड़े मिलते हैं। क्योंकि राहुल को जनता की तकलीफ मालूम है, जाति-धर्म और अमीर-गरीब से परे देश के हर आदमी को अपने परिवार का सदस्य मानते हैं।
राहुल गांधी बड़ी से बड़ी ताकत से न कभी डरते हैं, न कभी झुकते हैं, वो सदैव सत्य के मार्ग पर ढृढ़ता से चल रहे हैं। यही कारण है कि सरकार को कृषि कानून से लेकर जाति जनगणना के मुद्दे पर सरकार को राहुल गांधी के आगे झुकना पड़ता है।
राहुल गांधी जी के भीतर दया है, संवेदना है, दूसरों के दर्द को महसूस करने का साहस है। मन में देश और देश के लोगों के प्रति अथाह प्रेम है। राहुल गांधी का मानना है कि देश की तरक्की तब तक नहीं हो सकती, जब तक इस देश के अंतिम आदमी की तरक्की नहीं हो जाती।
*मैनें अपनी पूरी लाइफ में राहुल गांधी जैसा नेता नहीं देखा*
बीजीपी ने अपनी राजनीति के चक्कर में जिस देश को हिंदू-मुसलमान के आधार पर बुरी तरह बांट दिया है। उस देश के लोगों से राहुल गांधी आपसी गिले-शिकवे को भुलाकर, सबको साथ लेकर चलने की बात कर रहे हैं। देश के हर व्यक्ति को उसके हिस्से का हक, अधिकार और न्याय दिलाने की लंबी और मुश्किल लड़ाई लड़ रहे हैं।
ये वही राहुल गांधी हैं जो 5 बजे भोर में ही उठकर हाथरस के पीड़ितों से मिलने चले जाते हैं। पीड़ित परिवारों के साथ मुश्किल समय में ये आदमी कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहता है। राहुल गांधी उस संभल में भी जाते है, जिसे बीजीपी- आर एस एस ने नफरत की प्रयोगशाला बना दिया है।
राहुल गांधी मणिपुर जाते हैं, वहां वो नफरत की आग में झुलस रहे लोगों की जिंदगी में उम्मीद की एक वजह बनते हैं। मणिपुर के भोले भाले लोगों के जख्मों पर मरहम लगाते हैं, मणिपुर हैरान परेशान लोग राहुल के गले लगकर रोते हैं। राहुल उनके आंसू पोछते हैं।
राहुल गांधी लखीमपुर जाकर उन किसानों के कंधे पर हाथ रखते हैं, जिनके परिवार के लोगों को बीजीपी नेता और मोदी के मंत्री का बेटा जीप से कुचलकर मार डालता है।
इस देश के बेकसूर लोग जिनकी आंखो में आंसू सरकार की लापरवाही के कारण हैं, उस हर शख्स के आंसू राहुल गांधी पोंछ रहे हैं। वो सरकार की गलत नीतियों की मार झेल रहे मोची से मिलते हैं, बढ़ई से मिलते हैं, मैकेनिकों और कारीगरों से मिलते हैं और उनकी समस्याओं को करीब से समझने की कोशिश करते हैं।
देश के लोग एक नेता से यही तो उम्मीद करते हैं कि उसके दुःख-सुख में उसका नेता उसके साथ खड़ा रहे।
जो जिम्मेदारी सरकार और प्रधानमंत्री की होती है….वो जिम्मेदारी राहुल गांधी निभा रहे हैं। देश में कहीं किसी को दुख-तकलीफ हो, वहां राहुल गांधी जरूर पहुंचते हैं… मोदी अमेरिका से लेकर थाईलैंड तक सैर सपाटा करते हैं, मगर उन्हें अपने ही लोगों के बीच मणिपुर जाने का वक्त नहीं मिल पाता।
राहुल छात्रों के साथ खड़े मिलते है, बेरोजगारों और मजदूरों के साथ खड़े मिलते हैं, महिलाओं और किसानों के साथ खड़े मिलते हैं, शोषण और अन्याय के खिलाफ शोषितों और पीड़ितों के साथ खड़े मिलते है। उन्हें न्याय दिलाने के लिए जाति जनगणना की लड़ाई लड़ते हैं।
देश को मोदी जैसे छोटे दिल वाले, नफरती और संकीर्ण मानसिकता वाले कुटिल राजनीतिज्ञ की नहीं बल्कि राहुल जैसा नेता चाहिए… जिसका दिल बड़ा है, जो देश के लोगों को अपना परिवार मानता हो।
जिला कांग्रेस कार्यालय में आयोजित राहुल गांधी जी के जन्मदिन के मौके पर एड राकेश तिवारी ने राहुल गांधी जी के विषय पर अपने विचार रखे। तत्पश्चात रेवांचल पार्क रपटा घाट मंडला में राहुलगाँधी जी के जन्मदिन पर पौधारोपण कार्यकम आयोजित की गई है। इस अवसर पर विधायक चैन सिंह बरकड़े,वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेंद्र राजपूत,अखिलेश कछवाहा, श्रीमती,रागिनी परते,इंद्रजीत भंडारी,राजेश मिश्रा,श्रीकांत कछवाहा,सौरभ साहू,राहुल श्रीवास,जावेद कुरैशी, अमन लाहौरी, आलोक पटेल,सोमवती धुर्वे,श्रीमती पूजा शिवांशी, रोहिणी स्वरूप, रेशमा अल्वी,शाहरुख खान,मीडिया विभाग से विवेक दुबे आदि कांग्रेस जन उपस्थित रहे।